मारवाड़ी समाज सदैव अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि के बीच में एक नाजुक संतुलन बनाकर रहता है :उपराष्ट्रपति

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डेस्क न्यूज |असम की एकदिवसीय यात्रा पर आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज गुवाहटी में वृहत्तर गुवाहाटी मारवाड़ी समाज द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उपराष्ट्रपति ने कहा मारवाड़ी समाज से मेरा लगाव बहुत पुराना है। उन्होंने कहा मारवाड़ी समाज की वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली उपस्थिति है। मारवाड़ी समाज हमेशा ऊंचे प्रतिमानों पर जीवन जीता। देश के विकास में मारवाड़ी समाज का बड़ा योगदान है उन्होंने कहा कि मारवाड़ी समाज जहां भी रहता है जहां भी व्यापार करता है उसे जगह को समृद्ध करता है और अपनी जन्मभूमि तथा कर्मभूमि के बीच में एक नाजुक संतुलन बनाकर रखता है हमें बहुत कुछ मारवाड़ी समाज से सीखने की आवश्यकता है।उपराष्ट्रपति ने मारवाड़ी समाज से अपील की कि बेटे बेटी को केवल सुपरवाइजर ना बनाएं, बल्कि अपनी संतानों को को उनके हिसाब से आगे बढ़ने दें।उन्होंने कहा कि मारवाड़ी समाज के बच्चे अपनी शिक्षा के दौरान भी एक घंटे अपने व्यवसाय को देते हैं और यह उनकी परंपरा है इससे उन्हें व्यापार के गुण बिना सीखे ही प्राप्त हो जाते हैं उन्हें किसी भी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं पड़ती है वह व्यापार के गुण सीखने में स्वयं एकलव्य हैं उन्हें कोई सिखाये या ना सिखाएं वह सभी गुण स्वयं सीख जाते हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि व्यापार बदल रहा, व्यापार के तरीके बदल रहे हैं प्रशिक्षण बदल रहा है इंडस्ट्री बदल रही है अतः अब हमें भी बदलना चाहिए उत्पादों की ब्रांडिंग होनी चाहिए और उनकी वैल्यू एडिशन की जानी चाहिए। बिना ब्रांडिंग के कोई भी उत्पाद बाहर नहीं भेजा जाना चाहिए इससे हमारी अर्थव्यवस्था में एक बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा और हमारा देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बहुत तेजी से अग्रसर होगाइस अवसर पर असम के राज्यपाल, गुलाबचंद कटारिया, असम के मुख्यमंत्री, डॉ. हिमंता विश्वा शर्मा, असम सरकार के मुख्य सचिव, डीजीपी, बड़ी संख्या में मारवाड़ी समाज के लोग एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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