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भागलपुर में 61 किलो सुपारी से बनी 11 फ़ीट ऊंची गजानन की प्रतिमा

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राजीव ठाकुर । देश भर में गणेश उत्सव को लेकर धूम मची है, वहीं 10 दिनों तक चलने वाले गणपति बप्पा के पूजन की शुरुआत कल 19 सितंबर से हो रही है, हालांकि पूरे महाराष्ट्र व मायानगरी मुंबई में गणेश उत्सव खास अंदाज में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष बिहार के भागलपुर जिले में गजानन का एक अनोखा स्वरूप देखने को मिलेगा। दरअसल शहर के सोना पट्टी में इस बार लंबोदर की प्रतिमा खास होने वाली है, क्योंकि स्थानीय मूर्तिकार रंजीत पंडित के द्वारा 61 किलो सुपारी से 11 फ़ीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा को तैयार किया गया है, पिछले वर्ष हल्दी से गणेश की प्रतिमा बनाई गई थी जिसे दूर दराज से लोग देखने पहुंचे थे और इस वर्ष सुपारी से बनी भव्य मूर्ति लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगी, वही गजानन को 56 भोग भी लगाया जाएगा।

कलाकार रणजीत पंडित ने बताया कि हम लोग सुपारी से गणेश की प्रतिमा तैयार कर रहे हैं इस बार हम लोग कुछ अनोखा करना चाहते थे और सुपारी से भगवान गणेश की पूजा होती है इसलिए इस बार सुपारी की मूर्ति बना रहे हैं।भागलपुर में गणेश उत्सव की 1990 से शुरुआत हुई थी और सबसे पहली प्रतिमा को सोना पट्टी में ही बैठाया गया था और इस बार हम लोग उसी जगह 61 किलो सुपारी से प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं और यह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेगी।
मूर्तिकार ने बताया की भगवान गणेश को सुपारी अति प्रिय है और उनके हर पूजन में सुपारी महत्वपूर्ण होता है, यह शुभ माना जाता है, इसलिए इस वर्ष हम लोग सुपारी से ही प्रतिमा को तैयार कर रहे हैं, इस मूर्ति को हम लोग पिछले एक महीने से तैयार कर रहे हैं और इसमें काफी मेहनत भी लग रही है लेकिन दूर-दराज से काफी संख्या में लोग देखने पहुंचते हैं इससे मन प्रफुल्लित होता है।
पूजा समिति ने बताया कि पिछले वर्ष मोर पंख की प्रतिमा बनी थी और उससे पहले हल्दी से गजानन की मूर्ति को तैयार किया गया था, हम लोग हर वर्ष कुछ न कुछ अलग करने का प्रयास करते हैं, इस मूर्ति को तैयार करने में 80 हज़ार रुपये का खर्च आया है।

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