अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 का समापन समारोह रोम, इटली स्थित एफएओ मुख्यालय में एक हाइब्रिड स्वरूप में हुआ

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न्यूज डेस्क
नई दिल्ली |खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने 29 मार्च 2024 को एफएओ मुख्यालय, रोम, इटली में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (आईवाईएम) 2023 का समापन समारोह आयोजित किया। उच्च-स्तरीय हाइब्रिड कार्यक्रम में प्रतिभागियों को व्यक्तिगत तौर पर और वर्चुअली दोनों तरह से शामिल होने की अनुमति दी गई और इसमें भारत सरकार की ओर से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अपर सचिव मनिंदर कौर द्विवेदी सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों से सम्मानित गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
भारत सरकार की ओर से अपर सचिव, मनिंदर कौर द्विवेदी ने मोटे अनाज को बढ़ावा देने और अपनाने में विभिन्न स्टार्ट-अप, उद्योगों, एफपीओ सहित भारत के संपन्न मोटे अनाज से जुड़े इकोसिस्टम के महत्व पर जोर दिया।
एफएओ के महानिदेशक डॉ. क्यू डोंग्यू ने आधिकारिक समापन समारोह में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में, मोटे अनाज से संबंधित पहल को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सराहना की तथा सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पोषण प्राप्त करने में मोटे अनाज की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
एफएओ में संघीय गणराज्य नाइजीरिया के मंत्री और स्थायी प्रतिनिधि याया अदिसा ओलाइतन ओलानिरन ने मोटे अनाज के महत्व पर प्रकाश डाला और नाइजीरिया में मोटे अनाज की खेती को स्थायी कृषि पद्धतियों में एकीकृत करने के लिए रणनीतियों की रूपरेखा तैयार की।
भारत के एक प्रस्ताव के बाद, जिसका 70 से अधिक देशों ने समर्थन किया, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मार्च 2021 में अपने 75वें सत्र में 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किया था। साल भर चलने वाले उत्सव ने मोटे अनाज के उपभोग के पोषण और स्वास्थ्य लाभों, प्रतिकूल तथा बदलती जलवायु परिस्थितियों में खेती के लिए मोटे अनाज की उपयुक्तता एवं उत्पादकों और उपभोक्ताओं के लिए स्थायी बाजार के अवसर पैदा करने के लाभों के बारे में सफलतापूर्वक जागरूकता बढ़ाई। समापन समारोह ने आईवाईएम 2023 की उपलब्धियों और उससे सीखे गए सबक का जायजा लेने एवं भविष्य के निवेश के लिए प्राथमिकताओं की पहचान करने, विशेष रूप से पहचानी गई बाधाओं को दूर करने और मोटे अनाज की मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
इस कार्यक्रम में स्थायी विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने और ‘ग्लोबल सुपरफूड’ के रूप में इसके उद्भव में मोटे अनाज के महत्व को रेखांकित करने वाली व्यावहारिक चर्चाओं और प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई। आईसीएआर-आईआईएमआर के निदेशक, डॉ. सी तारा सत्यवती ने ‘मोटे अनाज क्षेत्र के लिए अनुसंधान और विकास’ पर एक गोलमेज चर्चा में मोटे अनाज की एक मजबूत मूल्य श्रृंखला विकसित करने के लिए भारत के अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की, जो #आईवाईएमक्लोजिंगसेरेमनी के अंतर्गत आयोजित एक महत्वपूर्ण अतिरिक्त कार्यक्रम था।

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