नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 9798996638 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , समस्तीपुर ,त्रिमूर्ति शिव जयन्ती महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया – न्यूज समय

न्यूज समय

Latest Online Breaking News

समस्तीपुर ,त्रिमूर्ति शिव जयन्ती महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

समस्तीपुर जिला के मोहिउद्दीनगर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के थाना चौक के निकट स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र में 88वां त्रिमूर्ति शिव जयन्ती महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया।दीप प्रज्ज्वलन द्वारा महोत्सव का उद्घाटन समस्तीपुर के व्यवसायी सतीश चांदना, बीके सविता बहन, बीके ओम प्रकाश , समाजसेवी मनीष चौधरी एवं स्थानीय गायत्री परिवार की प्रमुख विमला देवी ने संयुक्त रुप से किया।

समारोह को संबोधित करते हुए बीके ओम प्रकाश भाई ने कहा कि परमात्मा का अज्ञानता की अंधियारी रात में दिव्य अवतरण होता है, इसलिए इस पर्व को शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। आज जो मनुष्य के जीवन में दुःख, अशांति, चिंता, भय, निराशा आदि का अंधकार व्याप्त है उससे केवल परमात्मा के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर ही सदा काल के लिए मुक्ति पाई जा सकती है। ज्ञान, शान्ति, प्रेम, पवित्रता, सुख, आनंद- यह सब परमपिता परमात्मा शिव का हम आत्माओं रुपी संतानों के लिए वर्सा है अर्थात् जब से हम उनके बने यह गुण अधिकार के रूप में हमारे अपने हो गए। जितना हम राजयोग द्वारा उनसे संबंध जोड़ते हैं उतना हमें इन गुणों की अनुभूति होने लगती है, आत्मा शुद्ध होने लगती है। फलस्वरूप 21 जन्मों के लिए नई सतयुगी दुनिया में देवतुल्य जीवन प्राप्त करती है और सुख-शान्ति-समृद्धि की अधिकारी बनती है।वहीं बीके सविता बहन ने उपस्थित लोगों को इस पावन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि शिवलिंग निराकार परमपिता परमात्मा शिव के ज्योति स्वरूप का यादगार है। उनके ऊपर भांग-धतूर आदि विषैली चीजें चढ़ाने का तात्पर्य है- अपनी बुराइयां परमात्मा को अर्पित करना। जलाभिषेक करना परमात्मा के प्रति हमारी समर्पणमयता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यदि हम इस प्रकार सही अर्थों में इस महान त्योहार को मनाएं तो भोलेनाथ शिव बाबा प्रसन्न होकर हमें नए सतयुगी दुनिया में चलने का वरदान देंगे। जहां हमारी काया निरोगी, जीवन धन-धान्य संपन्न और संबंध अति सुखदायी होंगे। यही समय है भगवान से अपना सत्य संबंध जोड़ने का। सतीश चांदना ने कहा कि ईश्वरीय विश्व विद्यालय विश्व शान्ति स्थापना में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आज के समय में चिंता, निराशा, भय, दुःख बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे समय पर आध्यात्मिक ज्ञान और मेडिटेशन के द्वारा लोगों का बड़ा भला हो सकता है, जो यह संस्थान अपने विश्वव्यापी सेवाकेंद्रों के माध्यम से भली-भांति कर रहा है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now