नगर परिषद से नगर निगम का दर्जा सरकार द्वारा दिया गया। लेकिन स्थानीय नगर प्रशासन समस्तीपुर एवं सरकार के द्वारा सारा कार्य ठिकेदार एवं ए, जी,ओ,के द्वारा कराया जा रहा है ….उमाशंकर मिश्रा

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रिपोर्ट राजेश कुमार
नगर निगम समस्तीपुर का गठन गत वर्ष हुआ और महापौर और उपमहापौर और वार्ड पार्षद का चुनाव हुआ।नगर परिषद से नगर निगम का दर्जा सरकार द्वारा दिया गया। लेकिन स्थानीय नगर प्रशासन समस्तीपुर एवं सरकार के द्वारा सारा कार्य ठिकेदार एवं ए, जी,ओ,के द्वारा कराया जा रहा है।जिस के कारण पुरे शहर में जगह-जगह जाम की समस्या व्याप्त है।और आम जनता को काफी परेशानी हो रहा है। पूर्व का जो क्षेत्र था उस में भी मूल समस्या ओ का समाधान नहीं हो सका ।नगर निगम निमार्ण में लगभग 12 पंचायत को नगर निगम समस्तीपुर में शामिल किया गया है। सड़क, स्टिक लाइट ,नाला एवं साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।नये क्षेत्र में सड़क नाला है।ही नहीं साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। नाला ध्वस्त हो चुका है। रात्रि में साफ सफाई कचड़ा उठाव,नाली की सफाई किया जाए और नगर निगम के द्वारा जो आम जनता की सुविधा मिला है।वह मिलना चाहिए जो क्षेत्र नया है। उसमें कम स कम तीन वर्षो तक किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगाना चाहिए नगर निगम की स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने की दिशा में कार्य किया जाए और आम जनता को जाम से मुक्ति दिलायी जाए ।यह मेरा मांग नहीं आम जनता की आवाज है।समय उक्त कार्य नहीं किया गया तो मेरी पार्टी आन्दोलन करने के लिए वाध्य है।

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