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सैन्य नर्सिंग सेवा ने अपना 98 वां स्थापना दिवस मनाया

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सैन्य नर्सिंग सेवा (एमएनएस) ने 1 अक्टूबर, 2023 को अपना 98वां स्थापना दिवस मनाया। सशस्त्र बलों की सबसे पुरानी और सबसे प्रतिष्ठित महिला सेवाओं में से एक, इस सेवा में सशस्त्र बलों के विभिन्न अस्पतालों में 5,000 से अधिक अधिकारी तैनात हैं। 98वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, अतिरिक्त डीजीएमएनएस मेजर जनरल आई डेलोस फ्लोरा के नेतृत्व में सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने 30 सितम्‍बर 2023 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली सैन्‍य चौकी के एमएनएस अधिकारियों ने एएच (आर एंड आर) में केक काटने का समारोह आयोजित किया।

एमएनएस ऑफिसर्स मेस, एएच (आर एंड आर), नई दिल्ली में दिल्ली सैन्‍य चौकी में तैनात संपूर्ण एमएनएस की ओर से अतिरिक्त डीजीएमएनएस ने एक सामाजिक मिलन समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर तीनों सेनाओं के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और अनुभवी वरिष्‍ठ एमएनएस अधिकारियों सहित 300 से अधिक अतिथि उपस्थित थे।

एमएनएस की उत्पत्ति स्वतंत्रता-पूर्व औपनिवेशिक युग से हुई जब ब्रिटिश और भारतीय सैनिक ब्रिटिश आर्मी में काम करते थे। ब्रिटिश भारतीय सरकार ने वर्ष 1888 में भारतीय सेना नर्सिंग सेवा (आईएएनएस) की स्थापना की। इसने भारत में सैन्य नर्सिंग की औपचारिक शुरुआत की। आईएएनएस के अधिकारियों ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान घायल सैनिकों को चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1 अक्टूबर 1926 को, भारतीय सेना में स्थायी नर्सिंग सेवा की स्थापना की गई और इसे भारतीय सैन्य नर्सिंग सेवा नाम दिया गया। स्वतंत्रता के बाद, एमएनएस की स्थापना एएफएमएस के हिस्से के रूप में की गई थी। यह एक प्रसिद्ध सेवा के रूप में विकसित हुई है जो युद्ध और शांति दोनों में समर्पण और अनुकरणीय सेवा के समृद्ध इतिहास के लिए जानी जाती है। दृढ़ इच्छाशक्ति, मन की शक्ति और साहस के साथ एमएनएस दुनिया की सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग सेवाओं में से एक है।

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