कृष्णा इन्स्टीच्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पारामेडिकल साइंसेज, पर समारोह का आयोजन

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एस0 के0 मंडल ग्रुप ऑफ इन्स्टीच्यूशन्स, पटना। इस समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए संस्थान के अध्यक्ष श्री एस० के० मंडल ने कहा कि इस दिन को फार्मासिस्ट दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत 1912 में 25 सितम्बर को की गयी थी। इसी दिन अंतरराष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल फेडरेशन की स्थापना की गयी थी। आज के दिन का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व में फार्मेसी को आगे बढ़ाने का है। फार्मेसी के बिना पूरा चिकित्सा का क्षेत्र हीं अधरा रहता है। बीमार व्यक्ति के इलाज में डॉक्टर के साथ फार्मेसी का एक बड़ा योगदान रहता है। उन्होने बताया कि एक फार्मासिस्ट को सभी दवाईयों के सम्बन्ध में पूरी जानकारी रहता है। फार्मेसी के क्षेत्र में कई कोर्सों का प्रशिक्षण कराया जाता है, जैसे- डी० फार्म, बी० फार्म इत्यादि । आज के दिन हर गाँव-शहर, जिला इत्यादि जगहों पर भारी संख्या में दवा की दुकानें स्थापित है। सरकार के मानक के अनुरूप दवा दुकान की लाइसेंस डी० फार्म का प्रशिक्षण के उपरांत ही मिलेगा क्योंकि दवा की गुणवत्ता एक फार्मासिस्ट ही बता सकता है। इसी तरह जिले में एक ड्रग इंस्पेक्टर होते हैं, जिनका न्यूनतम योग्यता कम से कम बी० फार्म होता है। यानि ये कहा जा सकता है कि सरकारी या गैर-सरकारी क्षेत्र में हर जगह फार्मेसी में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का अधिक मात्रा में जरूरत है। श्री मंडल ने बताया कि फार्मेसी के किसी भी कोर्स में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत छात्र-छात्राओं को 100% नौकरी मिलने की गारंटी है।
इस समारोह के मौके पर छात्र-छात्राओं के द्वारा मॉडल प्रजेंटेशन किया गया एवं विश्व में फार्मेसी के महत्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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